आहोर / जालोर
रिपोर्ट - मीठालाल सुथार
बाल विवाह रोकथाम के प्रति आमजन में जागरूकता लाने के लिए राजसुगम सेवा संस्थान की ओर से अगल तरीका अपनाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। संस्थान की ओर से गली मोहल्लों में सडकों पर रंगोली बनाकर बाल विवाह नहीं करने का संदेश दिया जा रहा है। संस्थान के वॉलिटियर्स की ओर से जालोर शहर से इसकी शुरूआत की गई है। जिसके तहत सुरजपोल के बाहर शांतिनगर कॉलोनी की एक गली में अबीर गुलाल से रंगोली बनाई गई, रंगोली में आकर्षक तरीके से बाल विवाह को कहे ना, बाल विवाह अपराध है आदि स्लोगन लिखकर बाल विवाह नहीं करने की अपील की गई। संस्थान की सचिव रविना कुमारी ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अपील पर जालोर शहर से इसकी शुरूआत की गई है, जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर रंगोली सजाकर लोगों को बाल विवाह नहीं करने का संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अप्रैल माह से सावों की सीजन शुरू हो रही हैं इस दौरान जानकारी के अभाव में कई स्थानों पर बाल विवाह करने की संभावना बनी रहती है। लोग अपने लडके, लडकियों की कम आयु में विवाह नहीं करें इस हेतु लोगों में प्रचार प्रसार किया जा रहा है और रंगोली बनाकर जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से कम आयु में बाल बालक बालिकाओं का विवाह नहीं करने को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी, जिसमें लोगों को बाल विवाह से होने वाले दुष्पपरिणामों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस दौरान संस्थान की हुआदेवी के अलावा अन्य वोलियंटर्स भी मौजूद रहे। संस्थान ने आमजन से अपील की है कि वे अपने लडके लडकियों का बाल विवाह नहीं करें, यदि कहीं पर बाल विवाह हो रहा हो तो बाल विवाह रोकथाम हेतु प्रशासन को सूचना देकर मानवता का धर्म निभाये। संस्थान की अपील की है कि बाल विवाह रोकथाम हेतु आमजन की भागीदारी आवश्यक है ।
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